रोटी
एक गोल रोटी पड़ी पड़ी सुसता रही थी
कुत्ते को देख जोर जोर से चिल्ला रही थी ।
कुत्ते को भी सब्र करना पड़ा था
बीच में दोनों के एक छोटा लड़का जो खड़ा था ।
मायूस कुत्ते को आस ना तनिक थी
रोटी के साथ बटर की होने वाली पिकनिक थी ।
हाय आशाओं के गुब्बारे उड़ाने लगे थे
बधाओं के बादल जो छटने लगे थे ।
वह लड़का तू बसी बटर रोटी संग फेंकने आया था
जिसे देख बेचारा कुत्ता घबराया था ।
रोटी तू अन्नपूर्णा का आशीर्वाद है ‘तू महान है
भूख सबकी मिटाती ‘चाहे जानवर या अमीर गरीब इंसान है ।