प्रदूषण, मानव, दानव, बेटा, विज्ञान, माँ, अग्रज
मेरे अनुसार मानव तथा साइंस पति-पत्नी है। जिनके दो बेटे हैं, आविष्कार और प्रदूषण। यहां आविष्कार का मतलब उन सभी वस्तुओं से हैं, जिनका हम भोग करते हैं। उसके पीछे होने वाले एक्शन का रिएक्शन। जिसे हम कभी-कभी प्रदूषण के नाम से भी जानते हैं।
Pollution प्रदूषण
दूर क्षैतीज पर
देख कुछ हलचल सी
मानव ललाट पर
उभर आई
गहन चिंता की रेखा
मानव
होश ही खो बैठा
जब सामने
विकराल रूप
दानव का देखा
मानव डर तो गया
पर पूछ लिया
कौन हो तुम ?
और काम क्या है यहां पर ?
हा ! हा ! हा !
क्या कहा?
तुम मुझे नहीं जानते
संपूर्ण धरती पर
साम्राज्य मेरा
फिर भी नहीं पहचानते
दूसरा बेटा हूं मैं
अपनी मां विज्ञान का
है, अग्रज सुख मेरा
पर बेटा विज्ञान का
मैं
एक्शन का रिएक्शन हूँ
प्रदुषण मेरा नाम है।
और दुःखी करना
मेरा काम है।
बाप देखे हैं, बहुत से
पर तुमसा देखा कहां !
क्रोध आता है, तुम पर
बेटो में भेदभाव देख यहाँ
तुम तो सदा ही
सुख को चाहते हो
पर अनदेखे के रूप में
मुझे भी पाते हो
मां ! अपने बच्चों में
अंतर कब आती है ?
अपने बच्चों को
सदा बराबर देना चाहती है
समय है
अभी भी संभल पाने का
अगर सुख की लालसा में
मुझे बढ़ाओगे
सच कहता हूं
मां कसम, मुँह की खाओगे
मुँह की खाओगे
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प्रदूषण, मानव, दानव, बेटा, विज्ञान, माँ, अग्रज